
नई दिल्ली, 5 अक्तूबर: भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के जहाज अक्षर का जलावतरण शनिवार को रक्षा मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव दीप्ति मोहिल चावला ने कराईकल, पुडुचेरी में किया। यह अदम्य श्रेणी के आठ तीव्र गश्ती पोतों (एफपीवी) की श्रृंखला का दूसरा जहाज है, जिसे मेसर्स गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किया है।
इस अवसर पर पूर्वी समुद्र तट के तटरक्षक कमांडर और अतिरिक्त महानिदेशक डॉनी माइकल ने कहा, ‘अक्षर’ का अर्थ है ‘अविनाशी’। अक्षर जहाज देश के समुद्री हितों की रक्षा, सुरक्षा और स्वच्छ समुद्र की अवधारणा को सुनिश्चित करने में आईसीजी की इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस 51 मीटर एफपीवी का विस्थापन लगभग 320 टन है और यह 27 नॉट की अधिकतम गति प्राप्त करने के लिए दो 3000 किलोवाट के डीजल इंजन द्वारा संचालित होता है।
आईसीजीएस अक्षर में स्वदेशी रूप से विकसित दो कंट्रोलेबल पिच प्रोपेलर (सीपीपी) और गियरबॉक्स लगे हैं जो समुद्र में बेहतर गतिशीलता, परिचालन लचीलापन और बेहतर प्रदर्शन प्रदान करते हैं। इसके हथियारों में एक 30 मिमी सीआरएन 91 गन और दो 12.7 मिमी स्थिर रिमोट कंट्रोल्ड (एसआरसीजी) मशीन गन शामिल हैं। इस पोत की कमान कमांडेंट (जेजी) सुभेंदु चक्रवर्ती को सौंपी गई है और इसमें 05 अधिकारी और 33 कार्मिक तैनात हैं।