
New Delhi (मिताली चंदोला, एडिटर, स्पेशल प्रोजेक्ट्स) : भारत ने पाकिस्तान को सख्त शब्दों में चेतावनी दी है कि सीमा पार आतंकवाद उसकी विदेश नीति का स्थायी हिस्सा नहीं बन सकता। अफगानिस्तान के साथ बढ़ते सीमा तनावों के बीच, विदेश मंत्रालय (MEA) ने पाकिस्तान के रवैये को “अस्वीकार्य” बताया और इसे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा करार दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने अपने बयान में कहा, “मैं दोहराना चाहता हूं कि पाकिस्तान अफगानिस्तान के अपनी भूमि पर संप्रभु अधिकार का उपयोग करने से खफा है।” उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान यह समझता है कि उसे सीमा पार आतंक फैलाने का अधिकार है, जो उसके पड़ोसी किसी भी रूप में स्वीकार नहीं करेंगे।”
भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता का दृढ़ समर्थन करता है। जायसवाल ने कहा, “भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता और स्वतंत्रता के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
MEA की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर गोलीबारी और हवाई उल्लंघनों की घटनाएं बढ़ी हैं। भारत का यह बयान न केवल पाकिस्तान के दोहरे रवैये को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि नई दिल्ली क्षेत्रीय शांति और आतंकवाद विरोधी सहयोग को लेकर अपनी सख्त नीति पर कायम है।
भारत का यह रुख एक स्पष्ट संदेश देता है — संप्रभुता पर हमला किसी भी देश के लिए स्वीकार्य नहीं है और आतंकवाद किसी भी परिस्थिति में कूटनीति का माध्यम नहीं हो सकता।





